– आरोपी घर पर कर चुका है पहले पुताई का काम
– लालच व विश्वासघात ने ली बुजुर्ग महिला की जान
हरिद्वार।
व्यापारी नेता की पत्नी की गुमशुदगी से पुलिस ने अड़तालीस घंटे के भीतर पर्दाफाश कर दिया। घर में पुताई का काम कर चुके पेंटर ने घर से लाखों के जेवरात चोरी करने के बाद पकड़े जाने के डर से वृद्धा की जीवन लीला समाप्त कर दी। चोरी का पता लगाने का झांसा देकर अपने साथ ले जाकर गंगनहर में धक्का दे दिया। आरोपी की निशानदेही पर महिला के घर से चोरी किए गए लाखों के जेवरात बरामद किए। पूछताछ करने के बाद आरोपी का मेडिकल कराने के बाद कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने रोशनाबाद पुलिस कार्यालय में पत्रकारवार्ता में व्यापारी नेता की पत्नी के लापता होने से पर्दाफाश कर महिला की हत्या करने की साजिश को उजागर किया। एसएसपी ने बताया कि 8 मई को निखिल कुमार निवासी पीठ बाजार ज्वालापुर ने अपनी माता सुनीता देवी के बिना बताए कहीं चले जाने के संबंध में कोतवाली ज्वालापुर पर गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी। गुमशुदगी दर्ज होने के बाद महिला के अचानक लापता होने के बाद मामले की जांच शुरु की तो उसमें मामला कुछ संदिग्ध लगा। कोतवाली ज्वालापुर प्रभारी कुंदन सिंह राणा व सीआईयू प्रभारी रणजीत सिंह तोमर के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया। घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाली गई। महिला को ई-रिक्शा में किसी के साथ जाते हुए देखा गया। पुलिस टीम ने ई-रिक्शा चालक की पहचान करने के बाद उससे पूछताछ की। रिक्शा चालक ने बताया कि महिला व एक व्यक्ति को उसने पथरी रौ पुल के पास उतारा था। एसएसपी ने बताया कि महिला के मोबाइल फोन की सर्विलांस लोकेशन भी आखिरी बार पथरी रौ पुल के पास मिली। 9 मई को सोनाली पुल के पास गंगनहर से महिला का शव मिला। मृतका की शिनाख्त सुनीता के रुप में हुई। महिला के साथ जाने वाले व्यक्ति के बारे में जानकारी जुटाई गई तो उसकी पहचान पुताई का काम करने वाले नसीम के रुप में हुई। नसीम को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। आरोपी नसीम पुत्र मीर हसन निवासी पांवधोई ने मृतका सुनीता की नहर में धक्का देकर हत्या करने की बात को कबूला। आरोपी ने खुलासा किया कि 12 वर्ष पहले सुनीता देवी के घर पुताई का कार्य किया गया था। चार माह पूर्व पुन: उसे घर की पुताई का काम सौंपा गया। पुताई के दौरान नसीम ने उनके घर से चाँदी व सोने के अभूषण चोरी कर लिए थे जिसका पक्का शक सुनीता देवी को नसीम पर हो गया था। नसीम भी इस बात को समझ गया था। सुनीता देवी ने घर में चोरी की शिकायत पुलिस में करने की बात की गई थी तभी से आरोपी नसीम ने सुनीता देवी को ठिकाने लगाने की योजना बनाई गई थी। नसीम ने प्लानिंग के तहत सुनीता देवी को पूरी तरीके से विश्वास में लेकर झाड$ फूंक वाले के माध्यम से चोर का पता लगाने की बात बताई गयी। जिस कारण सुनीता देवी को नसीम पहले पथरी रोह पुल के पास मजार में ले गया पर भीड$भाड$ ज्यादा होने के करना अपने इरादों में नाकाम रहा। 8 मई को दोबारा सुनीता देवी को बाल्मिकी चौक के पास बुलाकर ई रिक्शा के माध्यम से पथरी रोह पुल के पास ले गया। जहाँ सुनसान जगह में पूजापाठ का बहाना कर सुनीता देवी के कान के कुण्डल व अंगूठी उतरवा ली और गंगनहर में जल चढ$ाने के बहाने धक्का दे दिया और चुपचाप घर चला आया। आरोपी की निशानदेही पर घर से चोरी किए गये जेवर एवं घटना वाले दिन सुनीता देवी से उतारे गये जेवर व अन्य सामान बरामद किया गया। पूछताछ के बाद मेडिकल कराने के बाद कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया।
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November 24, 2024