नैनीताल। भले ही नैनीताल समेत पहाड़ों में हो रही बारिश लोगों के लिए आफत बनी हुई है, लेकिन ये बारिश नैनी झील के लिए वरदान साबित हुई है। अगस्त माह में नैनी झील का जलस्तर 11 फीट से ऊपर पहुंच गया है। इससे लबालब भरी नैनीताल झील बेहद सुंदर और आकर्षक दिख रही । अगस्त माह में नैनीताल में हुई मूसलाधार बारिश के बाद विश्व प्रसिद्ध नैनीताल की नैनी झील का जलस्तर बीते 8 सालों में सबसे अधिकतम स्तर पर है। अगस्त माह में लबालब पानी से भरी हुई नैनी झील की सुंदरता में चार चांद लग गए हैं।
झील नियंत्रण कक्ष से मिली जानकारी और आंकड़े बताते हैं कि वर्ष 2016 में झील का जल स्तर 4 फीट एक इंच, 2017 में 2 फीट 11 इंच, 2018 में 1 फीट 6 इंच, 2019 में 1 फीट 3 इंच, 2020 में 6 फीट 7 इंच, 2021 में 7 फीट 2 इंच, 2022 में 3 फीट 2 इंच जबकि अगस्त 2023 माह में झील का जल स्तर 10 फीट 8 इंच रहा था।
सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता डीडी सती बताते हैं कि नैनी झील से क्षेत्रवासियों के लिए पेयजल आपूर्ति के लिए पानी सप्लाई किया जाता है। जिसके चलते झील से पानी कम हो रहा है। आंकड़ों पर नजर डालें तो झील का जलस्तर बीते 8 सालों की अपेक्षा में इस वर्ष सर्वाधिक है। अगर इसके बावजूद भी नैनी झील के जलस्तर में गिरावट दर्ज होगी, तो जल संस्थान के अधिकारियों को निर्देश देकर पेयजल की आपूर्ति में कटौती की जाएगी। ताकि झील के जल स्तर को नियंत्रित किया जा सके।
नैनी झील का गिरता जलस्तर बन गया था चिंता का कारण
आपको बताते चलें कि बीते सालों तक नैनी झील का घटता जल स्तर चिंता का सबब बनने लगा था। जिसको देखते हुए जल संस्थान और सिंचाई विभाग के अधिकारियों के द्वारा झील के घटते जल स्तर को नियंत्रित करने के लिए पेयजल आपूर्ति में कटौती करते हुए शहर में रोस्टिंग प्रणाली के तहत पेयजल सप्लाई की जा रही थी। जिसके बाद से नैनी झील का जल स्तर नियंत्रित है।
मानसून ने नैनी झील को दिया जीवनदान
मानसून के दौरान मूसलाधार बारीश ने भले ही आम जनजीवन प्रभावित किया हो, मगर नैनी झील की सेहत के लिए यह वरदान साबित हुई है। यही कारण है कि झील का जलस्तर पिछले 8 वर्षों में अपने उच्च स्तर पर है। जलस्तर सामान्य से 11 फीट ऊपर पहुंचने पर सिंचाई विभाग ने निकासी गेट खोले हैं। जलस्तर साढ़े दस फीट पहुंचने पर गेटों को बंद कर दिया जाएगा।
सिंचाई विभाग को खोलने पड़े नैनी झील के गेट
इस बार गर्मियों से ही शहर में अच्छी वर्षा रिकॉर्ड की गई है। मूसलाधार वर्षा से प्राकृतिक जल स्रोत रिचार्ज भी हो गए हैं। जिससे पहाड़ी नालों के माध्यम से झील को पर्याप्त पानी मिल रहा है। बीते दो दिन में झील के जलस्तर में करीब सात इंच की बढ़ोत्तरी हो गई। जलस्तर 11 फीट पहुंचा तो सिंचाई विभाग ने आपदा प्रबंधन विभाग व पुलिस को सूचित किया। जिसके बाद पुलिस ने तल्लीताल, हरिनगर क्षेत्र में मुनादी कर झील के निकासी गेट खोलने व नाले से दूर रहने की अपील की। जिसके बाद झील के दो गेटों को पूरी क्षमता के साथ खोला गया।
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November 24, 2024