रुद्रप्रयाग। रक्षा बंधन से एक दिन पहले केदारनाथ धाम में भतूज यानी अन्नकूट उत्सव अर्ध रात्रि पश्चात धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) की ओर से दानीदाता के सहयोग से केदारनाथ मंदिर को 15 क्विंटल फूलों से सजाया गया। बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने तीर्थयात्रियों को भतूज तथा रक्षा बंधन की शुभकामनाएं दी हैं। बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी योगेन्द्र सिंह ने बताया कि भतूज पर्व को लेकर सभी तैयारियां की गयी हैं। वहीं दूसरी ओर केदारघाटी के लमगौंडी से मां राज राजेश्वरी के साथ शिव के परम भक्त बाणासुर और खाट गांव से डोलिया देवी की देवरा यात्रा भी केदारनाथ धाम पहुंची। तीनों देव डोलियां अन्नकूट उत्सव में भाग लेकर श्रद्धालुओं को आशीष दिया।
बता दें कि कि भतूज के दिन नये धान के चांवलों का पका भोग से भगवान केदारनाथ के स्वयंभू शिवलिंग को लेप कर ढक दिया जाता है। उसके पश्चात रात्रिभर दर्शन के पश्चात प्रातः को उन पके चांवलों को शिवलिंग से उतार कर मंदाकिनी नदी में प्रवाहित कर लिया जाता है। मान्यता है कि नये अनाज तथा पके चावलों के भोग को स्वयंभू शिवलिंग पर चढाने से सभी अन्न प्रजाति से विष का शमन हो जाता है। इस अवसर पर केदारनाथ में हक हकूकधारी चावल का भोग बनाकर भगवान केदारनाथ को समर्पित किया। इसके अलावा अन्य खाद्य पदार्थ तथा भोग सामग्री भगवान केदारनाथ को समर्पित की गई।
वहीं दूसरी ओर केदारघाटी के खाट गांव की डोलिया देवी (मां कात्यायिनी) की देवरा यात्रा धाम पहुंची। जबकि लमगौंडी की मां राज राजेश्वरी व शिव के परम भक्क्त बाणासुर भी धाम पहुंचे। तीनों देव डोलियों के केदारनाथ धाम पहुंचने पर केदारसभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी के नेतृत्व में बद्री-केदार मंदिर समिति, श्रद्धालुओं एवं तीर्थ पुरोहितों ने भव्य स्वागत किया। केदारसभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी ने बताया कि केदारघाटी तीनों देव डोलियां केदारनाथ धाम पहुंची। देव डोलियों का धाम में भव्य स्वागत किया। उन्होंने बताया कि अन्नकूट उत्सव मेले में देव डोलियां भाग लेकर नृत्य किया और श्रद्धालुओं को आशीष दिया।
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November 24, 2024